Wednesday, April 25, 2018

टर्निंग थर्टी: अब तक मेरी जिंदगी की कहानी (डस्क ऑफ़ डौन )



Final Chapter :-(डस्क ऑफ़ डौन )(भाग 6)

हकीकत में, "आयु" वास्तव में केवल मन की स्थिति है। हालांकि, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि 30 वर्ष के बाद, चीजें थोड़ा बदलना शुरू हो जाती हैं। आपके आस-पास के लोग बदलते हैं, जीवन पर आपका दृष्टिकोण बदलता है, और आप के विचार एक व्यक्ति के रूप में विकसित होने लगते हैं।

मेरे 30 वें जन्मदिन दिन के लगभग छह महीने अभी बाकी है, कहीं कुछ नया करने की चाहत लिय, सबसे पहले, मैंने सोचा कि मैं अब क्या करू , मेरे पास कम से कम एक करियर में थोड़ी दिलचस्पी तो थी , मगर कोई विशेष कौशल या प्रतिभा नहीं, जिसे मैं किसी व्यवसाय में परिवर्तित कर सकता था, मैं जुनून की तलाश नहीं कर रहा हूं। मैं अपने समय और ऊर्जा को "एक चीज़" में समर्पित करने में रूचि रखता हूं। इसे शीर्ष पर रखने के लिए मैंने अपना काम फ्रीलांस के जरीय हि आगे जरी रखने का निर्णय लिया था । योजना सरल थी - पेशेवर ज्ञान को माध्यम बनाया जाय और हमेशा के लिए खुश रहें, क्यूंकि ये मेरा आपना फैसला था तो इसकी जिम्मेदारी भी मेरी हि थी । गलतियों के लिए और समय नहीं है मेरे पास |

मेरे  दिमाग में कई संदेह है क्योंकि शायद मैंने निरंतर अजीब प्रश्नों के साथ खुद को थका दिया था। हमारे जीवन के सभी पहलुओं में आजकल हमारे पास बहुत सारे विकल्प हैं :- कौन सी कार खरीदना है, किस रंग की, ट्रांसमिशन शैली, टायर के प्रकार, इंटीरियर फिट-आउट, मॉडल, इंजन क्षमता, और बहुत कुछ ...इससे समस्याएं पैदा होती हैं, क्योंकि अधिक पसंद के साथ, विचार प्रवाह की अधिक मात्रा, अधिक आंतरिक संघर्ष और आखिरकार एक अनसुलझा समाधान सामने रह जाता है।

मेरा करियर ऊपर की ओर तो नहीं मगर क्षैतिज रूप से आगे बढ़ रहा था कोई खास सफलता नहीं पर यदा कदा नुकसान हि हुवा था अभी तक, हौसला साथ देता, कभी नहीं भी देता मगर अब इन बातो के मायने मेरे लिय नहीं रह गये थे शायद ख़ुशी के कई मायने होते है, सफलता पर सब खुश होते है, मगर प्रयास, मेहनत की भी अपनी ख़ुशी होती है, अगर असफल हुय (किसी के लिए ये अपनी हार का बहाना भी हो सकता है , किसी  के लिय संतोष तो किसी के लिए सिखने का एक अच्छा मौका ) इन बातो से ये तो पता चलता है सब के लिय ख़ुशी की परिभाषा अलग है क्यूंकि हर इन्सान हर परिस्थितियों को अलग मेहसूस करता है अलग रियेक्ट करता है |

जब मैंने आखिरकार चीजों को समझना शुरु किया है, मैं अपने twenties के आखिरी चरण के लिए तैयार हूँ। अब तक प्रत्येक आइटम टुकड़ों के टुकड़े थे कुछ अच्छे, कुछ बुरे अपने खट्टा-मीठा अनुभव था , स्वयं में लगभग अर्थहीन, लेकिन जब वे सब(आइटम) एक साथ याद आते हैं, तो कुछ अर्थ बनाते हैं। समाज में रहना और इससे मुक्त होना संभव था। कई लोग मेरे बारे में अपनी राय दे सकते हैं और मुझे आदर्शवादी या तर्कहीन कह सकते हैं। और फिर भी मुझे लगता है कि यह सब मुझे तीसरे दशक में प्रवेश करने के लिए साहस देते है, आखिरकार, हालांकि महत्वाकांक्षी होना हमेशा अच्छा होता है, कुछ निश्चित उम्र से हासिल करने के बारे में सख्त लक्ष्य निर्धारित करने का मतलब है कि आप अपने आप को एक बॉक्स में डाल रहे हैं और रास्ते में विभिन्न अवसरों को खोने का जोखिम उठा रहे हैं। आखिरकार, जीवन एक यात्रा है - जैसा कि मुझे लगता है |

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