Thursday, February 11, 2021

क्या करें नौकरी चली जाने पर ?

कोरोना  काल कि मंदी के इस दौर में नौकरी छूट जाना आम बात  हो गई है लेकिन इसमें दो राय नहीं कि जिसके साथ ऐसा होता है, उसके लिए यह निहायत तकलीफ देह तजुर्बा होता है। खासकर तब तो ये और भी ज्यादा पीड़ा देने वाला अनुभव बन जाता है, जब आप अपने जॉब से प्यार करते हों, और इसके बगैर रह ही न सकते हों। लेकिन 'पिंक-स्लिप' का शिकार होने पर दुखी होकर घर बैठ जाना भी अक्लमंदी नहीं है। ज़रूरत है, अपना मनोबल बनाए रखकर हालात का मुकाबला करने की । 

थ्री-सी का फॉर्मूला  


ले-ऑफ के बाद नई ताकत के साथ फिर से उठ खड़े होने के लिए अंग्रेज़ी के सी “C” अक्षर से शुरू होने वाले तीन शब्दों पर अमल का फॉर्मूला कारगर हो सकता है।

ये हैं: 

  • कनेक्ट,
  • क्लियर, 
  • कमिटेड। 

कनेक्ट का मतलब है,मुसीबत की इस घड़ी से उबरने के लिए भावनाओं को शुभचिंतकों के साथ साथ बाँटने की सोचें। अपना नेटवर्क फिर से मजबूत करें। अपनी जॉब हिस्ट्री पर नज़र डालें और प्राथमिकता तय करें और सही कंपनी 'खोजकर जॉब पाने का पुनः  प्रयास करें'।


क्लियर का मतलब है, अगले जॉब को लेकर नज़रिया स्पष्ट रखें और उसके हिसाब से ही आगे बढ़ें। देखें कि आपका वैल्यू सिस्टम कंपनी के सिस्टम से मेल खाता है या नहीं। अगर ऐसा न किया तो नए काम में संतोष नहीं मिलेगा। 


इसके बाद बारी है,

कमिटेड की,जिसका मतलब है नया जॉब हासिल करने के लिए एक्शन प्लान तैयार करके उसे पूरी तन्मयता  से लागू करने में जुट जाएँ। अगर फिर भी कोई समस्या  महसूस होने पर परिवार, मित्रो से बात करें संकोच बिलकुल न करें |


ऐसे में कैरियर कोच की भी सहायता/ सेवाएँ  ली जा सकती है, अपनी सोच को पॉजिटिव रखे दुखी और निराशावादी बातें और मित्रो से दूर रहें |


याद रखें , सफलता की एकमात्र कुंजी है "निरंतर, अखंड प्रयास" |


खुश रहने के टिप्स एंड ट्रिक्स अगले भाग में तब तक “स्वस्थ रहे सुरक्षित रहे”


No comments:

Post a Comment